उदयपुर, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार का कहना है कि जो जनता की सेवा से विमुख होगा, उसे जनता सत्ता से बाहर कर देगी। उन्होंने प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यहां जनता के साथ ज्यादती हो रही है। दलित, अनुसूचित जातियां-जनजातियां, महिलाएं ही नहीं, बच्चे तक पीड़ा भोग रहे हैं और यह तय है कि अगले विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर देगी। केंद्रीय मंत्री दो दिन से मेवाड़ संभाग के दौरे पर हैं।
अत्याचार का बदला वोट से
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अत्याचार ही राज्य सरकार को डुबोने का आधार बनेगा। परिवर्तन विधानसभा चुनाव में सरकार बदल देगा। अब जनता खामोश नहीं बैठेगी और अत्याचार का बदला वोट से देगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गहलोत सरकार अनुसूचित जाति और जनजातियों के विरोध में काम कर रही है।
उदयपुर में 501 दिव्यांगजनों के निःशुल्क ऑपरेशन शिविर का उद्घाटन
केंद्रीय सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार उदयपुर में नारायण सेवा संस्थान की ओर से आयोजित 501 दिव्यांगजनों के निःशुल्क ऑपरेशन एवं सहायक उपकरण वितरण समारोह में में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने इस शिविर का उद्घाटन किया। जिसमें उन्होंने कहा कि दिव्यांगों की सेवाए चिकित्साए पुनर्वास व रोजगार के क्षेत्र में राज्य व केंद्र सरकारे तो काम कर रही हैं लेकिन जब सामाजिक संस्थाएं और व्यक्ति समूह आगे बढ़ते हैं तो सरकार के प्रयास और अधिक सार्थक हो जाते हैं।
केंद्रीय मंत्री वीरेद्र ने कहा कि दीन दुखियों ओर वंचितों की सेवा ईश्वर की ही पूजा है। उदयपुर दुनिया में एक ऐतिहासिक शहर के रूप में पहचान तो रखता ही है जो अब सेवा का भी पर्याय भी हैं।
एक मुट्ठी आटा संग्रहण से बना सेवा का बड़ा केंद्र
केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र ने केंद्र सरकार की अनेक योजनाओं का भी जिक्र करने के साथ कहा कि एक-एक मुट्ठी आटा संग्रहण कर वंचितों की भोजन सेवा से शुरू हुई नारायण सेवा संस्थान आज दिव्यांगों के विश्वास व सम्बल का प्रतीक बन गया है। कार्यक्रम में नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक पद्मश्री कैलाश मानव ने केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र का साफा शॉल दुप्पटा ओर अभिनन्दन पत्र भेंट कर स्वागत किया ।
उन्हें मेवाड़ के शौर्य के प्रतीक चेतक पर सवार महाराणा प्रताप की प्रतिमा भी उन्हें भेंट की। अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने संस्थान की 37 वर्षीय सेवायात्रा का जिक्र करते हुए कहां कि संस्थान अब तक 4 लाख 31 हजार से अधिक निशुल्क ऑपरेशन के साथ ही हजारों दिव्यांगों को सहायक उपकरण कृत्रिम अंग और कैलिपर भी लगा चुका है। पुनर्वास प्रकल्प में 2201 निर्धन एवं दिव्यांग जोड़ों की गृहस्थी बसाई गई हैं।