पुष्‍कर सिंह धामी और शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों की बैठक लेकर जरूरी निर्देश दिए और घटना के बारे में अपडेट लिया

रविवार शाम को यमुनोत्री हाईवे पर मध्य प्रदेश के यात्रियों की बस हादसे का शिकार हो गई। मध्‍य प्रदेश के 69 तीर्थयात्री दो बसों में यात्रा के लिए पहुंचे थे।

श्रद्धालु यमुनोत्री धाम के दर्शनों के लिए जा रहे थे। इस दौरान डामटा में एक बस खाई में गिर गई। दुर्घटना में 26 लोगों की मौत हुई है। जिसमें 27 यात्री हैं और एक बस परिचालक है। चार घायलों का उपचार देहरादून के मैक्‍स अस्‍पताल में किया जा रहा है। घायलों में बस चालक सहित तीन यात्री हैं

दुर्घटना की प्रारंभिक वजह चालक को नींद की झपकी आना बताया जा रहा है। बताया गया कि दुर्घटनाग्रस्त बस का बिना रुके यह तीसरा ट्रिप था। नियमत: एक ट्रिप पूरा करने के बाद बस और चालक दोनों को विश्राम दिया जाना होता है

वहीं हादसे की खबर मिलने के साथ ही पुलिस और प्रशासन के साथ ही दोनों राज्‍यों के मुख्‍यमंत्री भी एक्‍शन मोड में दिखाई दिए। जहां उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी दुर्घटना की सूचना मिलते ही हर पल घटना पर नजर बनाए रहे तो वहीं मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी घटना की हर अपडेट लेते रहे।

जहां उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम जाकर घटना का जायजा लिया। वहीं देर रात 12 बजे एमपी के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान देहरादून पहुंच गए। रात में ही उन्‍होंने मैक्‍स अस्‍पताल में भर्ती घायलों का हाल जाना। पुष्‍कर सिंह धामी और शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों की बैठक लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए और घटना के बारे में अपडेट लिया।

अगली सुबह सोमवार को भी सुबह से ही पुष्‍कर सिंह धामी और शिवराज सिंह चौहान घटना की अपडेट लेते रहे। वहीं उन्‍होंने उत्‍तरकाशी के डामटा पहुंचकर घटनास्‍थल का जायजा लिया और मध्‍य प्रदेश के अन्‍य यात्रियों से मिलकर उन्‍हें ढांढस बंधाया।

इसके बाद वह हवाई मार्ग से वापस लौट आए और हिमालयन अस्‍पताल पहुंचे। हादसे में मृत 27 यात्रियों को वायुसेना के विमान से खजुराहो भेजा जाएगा। यहां से विभिन्‍न वाहनों में शवों को उनके घरों के लिए भेजा जाएगा। मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने कहा है कि इसके लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अनुमति दे दी है।

69 यात्रियों का दल 20 मई को पन्ना मध्य प्रदेश से यात्रा पर निकला। चित्रकूट, पशुपतिनाथ और काठमांडू होते हुए दो जून को ये सभी हरिद्वार पहुंचे। यहां दो दिन इंतजार के बाद रविवार को इन्हें यमुनोत्री और गंगोत्री का स्लाट आवंटित हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख जताया।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने बस दुर्घटना में मृतकों के स्वजन को दो लाख रुपये व घायलों को 50 हजार रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के स्वजन को एक लाख व घायलों को 50 हजार रुपये राहत राशि देने की घोषणा की।

वहीं, उत्तराखंड परिवहन विभाग ने दुर्घटना राहत निधि से मृतकों के स्वजन को एक लाख रुपये और घायलों को 40 हजार रुपये की राहत राशि देने का निर्णय लिया है।

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