तीन मई को एक साथ तीन पर्व पडऩे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बेहद गंभीर है। अक्षय तृतीय, ईद तथा परशुराम जयंती के दौरान मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी ने अफसरों को प्रदेश में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना पर सख्ती करने का निर्देश दिया है। टीम-09 के साथ समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अफसरों को सभी धर्मगुरुओं से वार्ता का निर्देश देने के साथ ही कहा है कि अफसर देखें कि कहीं पर भी सड़क रोककर धार्मिक आयोजन ना हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीन मई को ईद, परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया का पावन पर्व है। प्रदेश में वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस तथा प्रशासन को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हो इसके लिए स्थानीय जरूरतों के अनुसार सभी जरूरी प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों। सभी जगह धर्मगुरुओं से संवाद बना कर सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग तथा यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती और ईद के अवसर पर प्रदेश में बिजली आपूर्ति सुचारू रखें। कहीं पर भी अनावश्यक कटौती न हो। इसके साथ ही उनका निर्देश है कि सभी धर्मिक स्थलों के आसपास स्वच्छता, पेयजल आदि के प्रबंध किए जाएं। लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से प्रदेश में सांप्रदायिक माहौल काफी बेहतर बना है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश में हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हो। उसी का परिणाम है कि प्रत्येक क्षेत्र में परिवर्तन देखने को मिल रहा है।
एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि कल प्रतिबंधित पशुओं के आवागमन पर रोक रहेगी। किसी भी धर्मग्रंथ से बेअदबी पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धार्मिक स्थलों से 60150 लाउडस्पीकर हटाए गए हैं। इसके साथ 2846 संवेदनशील स्थानों को चिन्हित किया है। प्रदेश में 46 कंपनी पीएसी तथा पैरामिलिट्री समेत फोर्स तैनात है।