जंगलों की आग को लेकर डीएम सख्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अब जुर्माने के साथ ही आग लगाने वालों को जेल भी होगी। आग लगाने वाले का नाम बताने वाले व्यक्ति को दस हजार रुपये का नकद इनाम भी दिया जाएगा। उन्होंने वन महकमे को जंगलों में लगी आग पर शीघ्र काबू पाने के निर्देश दिए हैं। चताया कि किसी तरह की लापरवाही सहन नहीं होगी।
जिले में फायर सीजन शुरू होते ही आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसे काबू करने के लिए विभाग सहित प्रशासन ने तमाम योजनाएं बनाई हैं। वनाग्नि को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन भी सतर्क है। जिलाधिकारी विनीत कुमार ने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि आग लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज करें। कोई व्यक्ति अगर मय प्रमाण आग लगाने वालों की सूचना देता है, तो उसकी पहचान गोपनीय रखें। फायर की घटनाएं बढ़ रही हैं
परिसंपत्तियों को नुकसान हो रहा हैं। उन्होंने सब डिविजन व ब्लाक स्तर पर टीमें गठित करने, निंरतर निगरानी रखने को कहा। इसके लिए माइक्रो प्लान तैयार करते हुए न्याय पंचायत व ग्राम पंचायत स्तर पर बैठकें आयोजित करें। स्वंय सेवकों को भी सक्रीय करें। वनाग्नि रोकने में लगे लोगों की सुरक्षा प्राथमिक होगी। पर्याप्त सुरक्षा इकाईयां होनी चाहिए। यदि उपकरणों की कमी हो तो इसकी भी डिमांड करें। वनाग्नि की घटनाएं बढ़ने पर एसडीआरएफ को भी शामिल किया जाए।
दो माह के लिए अवकाश पर रोक
जिलाधिकारी विनीत कुमार ने जनपद में पर्याप्त मात्रा में दवाइयों का स्टाक रखने के निर्देश दिए। कहा कि जिस भी स्टाफ को इस कार्य में लगाया जाए, वह पूर्ण रूप से प्रशिक्षित हो। अगले दो माह तक अपरिहार्य परिस्थितियों को छोडकर किसी भी स्टाफ को अवकाश पर न भेजने के निर्देश सीएमओ को दिए।
110 हेक्टेयर वन खाक
प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी ने बताया कि जनपद में 91 फायर की घटनाएं हो चुकी है, जिससे 110 हेक्टेयर क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है। कांडा, धरमघर तथा बागेश्वर क्षेत्र में वनाग्नि की घटनाएं ज्यादा हुई हैं। अभी तक कोई भी मानव व जानवर की क्षति नहीं हुई है। सात लोगों को वनों मे आग लगाते हुए पकडे़ जाने पर विभागीय कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया गया।