भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कोरोना रोधी वैक्सीन की आलोचना करने वालों को बुधवार को आड़ेहाथों लिया। उन्होंने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कुछ नेताओं ने कोरोना रोधी वैक्सीन की शुरुआत में आलोचना की और इसे भाजपा की वैक्सीन तक बता दिया। इसके बाद चुपके जाकर वैक्सीन लगवा ली और ट्वीट तक नहीं किया।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का इशारा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर था, जिन्होंने कोरोना रोधी वैक्सीन के आने के दौरान इसकी आलोचना की थी।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली के कैलाश नगर में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राशन वितरण के दौरान कहा कि जब वैक्सीन आ रही थी, तो कांग्रेस नेताओं के साथ अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कोरोना रोधी वैक्सीन को भारतीय जनता पार्टी का टीका कहा था और इसके साथ साथ वैक्सीन को लेकर संदेश जाहिर किया था।
उन्होंने अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हीं नेताओं ने चुपचाप वैक्सीन लगवा भी ली और वैक्सीन लगवाने की फ़ोटो ट्वीट भी नहीं किया। हालांकि, इस दौरान जेपी नड्डा ने अखिलेश यादव और कांग्रेस नेताओं का सीधे नाम नहीं लिया, लेकिन अरविंद केजरीवाल का नाम लेकर हमला किया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि वैक्सीन के चलते लोग कोरोना से बेफिक्र हो गए हैं।
बता दें कि कोरोना रोधी वैक्सीन को भाजपा का टीका बताते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इसे लगाने से भी इनकार किया था। इसको लेकर अखिलेश यादव की मेन स्ट्रीम मीडिया से लेकर इंटरनेट मीडिया पर जमकर आलोचना भी हुई थी।
कैलाश नगर में जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार गरीबों को दो वक्त की रोटी का इंतज़ाम कर रही है, लोकडाउन के शुरुआती दिन से ही मोदी सरकार गरीबों को मुफ्त राशन दे रही है। सरकार ने गरीबी को बढ़ने नहीं दिया है। इसके साथ ही 10 अप्रैल से कोरोना रोधी सतर्कता डोज लगने भी शुरू हो गई है।़
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देशभर के तकरीबन 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने का प्रविधान है। इस योजना के तहत राशन कार्ड धारकों को घर के प्रत्येक व्यक्ति के हिसाब से 5 किलो गेहूं या चावल मिलता है।
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में 18+ वालों को 10 अप्रैल से कोरोना रोधी प्रिकाशन डोज यानी बूस्टर डोज भी लगनी शुरू हो गई है। पूर्व में यह 60 साल से ऊपर वालों के सात कोरोना योद्धाओं को लगाई जा रही थी, लेकिन अब इसे 18+ वालों को भी लगाने की अनुमति मिल गई है।