प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ व सुलभ बनाने के लिए छह माह के भीतर जिला अस्पतालों में सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे मशीन, पैथोलाजी जांच के साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी।
इस संदर्थ में स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। दूसरे चरण में उन्होंने उप जिला अस्पतालों व ब्लाक स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था सुधारने को कहा है। इसी क्रम में 16 व 17 अप्रैल को प्रदेशभर के हेल्थ व वेलनेस सेंटर में योग एवं टेली कंसल्टेशन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने मंगलवार को स्वास्थ्य महानिदेशालय के सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों को राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिला व ब्लाक स्तर के अस्पतालों को चरणबद्ध ढंग से और अधिक सुदृढ़ बनाया जाएगा। जिसके तहत छह माह के भीतर जिला अस्पतालों और आगामी एक वर्ष के भीतर उप जिला चिकित्सालयों व ब्लाक स्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की सूरत बदली जाएगी।
इसके लिए उन्होंने विभागीय अधिकारियों को प्रथम चरण में जिला अस्पतालों में सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे मशीन, पैथोलाजी जांच की व्यवस्था करने और महिला व प्रसूति रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, एनेस्थेटिस्ट, दंत चिकित्सक आदि की तैनाती के निर्देश भी दिए।
दूसरे चरण में उप जिला अस्पतालों एवं ब्लाक स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक सुविधाएं व उपकरणों की उपलब्धता के साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि लंबे समय से ड्यूटी से अनुपस्थित चिकित्सकों के खिलाफ एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई की जाए।
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सचिव डा. पंकज पांडेय, एनएचएम की मिशन निदेशक सोनिका, स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा, चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डा. आशीष श्रीवास्तव, निदेशक डा. शैलजा भट्ट, डा. विनीता शाह, डा. सरोज नैथानी, डा. अभिषेक त्रिपाठी, खजान पांडे, आइईसी के राज्य नोडल अधिकारी जेसी पांडेय आदि मौजूद रहे।
18-23 अप्रैल तक सभी ब्लाक में स्वास्थ्य मेले
राज्य के जिला मुख्यालयों, नगर निकायों व ब्लाकों में आगामी 18 से 23 अप्रैल तक वृहद स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य मेलों में सांसद, स्थानीय विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर, नगर निकायों के अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख अपनी सुविधानुसार बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग करेंगे।
स्वास्थ्य मेलों में स्थानीय लोगों का चिकित्सकीय परीक्षण और विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ टेली कंसल्टेशन, आयुष्मान भारत डिजीटल हेल्थ मिशन के तहत यूनिक हेल्थ आइडी कार्ड उपलब्ध कराए जाने के साथ ही आयुष्मान कार्ड भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य मेलों में रक्तदान, स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता सहित केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी जाएगी।