संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण का आखिरी हफ्ता सोमवार से शुरू हो गया है। सोमवार को राज्यसभा में महंगाई को लेकर विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया। विपक्षी दल महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे थे। चर्चा की इजाजत नहीं मिलने पर हंगामा और ज्यादा हो गया। राज्यसभा की कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ा।
महंगाई पर चर्चा की मांग
विपक्षी दलों ने राज्यसभा में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी। विपक्ष के कई सांसदों ने बढ़ती कीमतों को लेकर राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को चर्चा के लिए नोटिस भी दिया था। हालांकि, नायडू ने उनकी मांग को स्वीकार नहीं किया। इसके चलते विपक्षी सांसद हंगामा करने लगे। बढ़ते हंगामे को देख राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। बता दें कि देश में बीते कुछ दिनों से पेट्रोल-डीजल और एलपीजी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। बढ़ती महंगाई को लेकर विपक्षी दल सदन में सरकार को घेरने की तैयारी में हैं।
इन मुद्दों पर भी चर्चा की मांग
टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने लंबे समय से लंबित महिला आरक्षण विधेयक को इस सप्ताह संसद में पेश करने के लिए सदन में नियम 168 के तहत नोटिस दिया। वहीं, कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने श्रीलंका में राजनीतिक और आर्थिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया।
राज्यसभा में पेश किए जाएंगे सात विधेयक
सदन में कई महत्वपूर्ण विधेयक भी पेश होंगे। सरकार राज्यसभा में सात महत्वपूर्ण विधेयक पेश करेगी। इनमें से तीन को लोकसभा पहले ही पारित कर चुकी है। राज्यसभा में पेश किए जाने वाले विधेयकों में लोकसभा से पारित त्रिपुरा से संबंधित संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (संशोधन) विधेयक, 2022 और दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक 2022 शामिल हैं। इसके अलावा चार्टर्ड एकाउंटेंट्स, कास्ट एकाउंटेंट्स, वर्क्स एकाउंटेंट और कंपनी सेक्रेटरीज (संशोधन) विधेयक 2021 को भी उच्च सदन में पेश किया जाएगा।
8 अप्रैल तक चलेगा बजट सत्र का दूसरा चरण
बता दें कि संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण का आखिरी हफ्ता आज से शुरू हो गया है। दूसरा चरण 14 मार्च को शुरू हुआ था जो 8 अप्रैल तक चलेगा। बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी को शुरू हुआ था और 11 फरवरी तक चला था।