उत्तर प्रदेश में तीन दशक बाद किसी पार्टी की लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी के जश्न के बीच में उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को नई दिल्ली के दौरे पर रहेंगे। रविवार को नई दिल्ली में योगी आदित्यनाथ की भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात होगी। इसके बाद उत्तर प्रदेश में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया को रफ्तार मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुजरात में लगातार दो दिन के दौरे में व्यस्त रहने के कारण उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब नई में रविवार को उनके साथ ही भाजपा के अन्य शीर्ष नेताओं के साथ भेंट करेंगे। सीएम योग आदित्यनाथ की भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, धर्मेन्द्र प्रधान तथा संगठन के बड़े पदाधिकारियों के साथ मुलाकात का कार्यक्रम है। माना जा रहा है इस दौरान उत्तर प्रदेश में नई सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही नए मंत्रिमंडल पर भी चर्चा होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को सुबह आठ बजे लखनऊ से प्रस्थान कर गाजियाबाद के हिंडन बेस पर लैंड करने के बाद दिल्ली जाएंगे।
उत्तर प्रदेश में भाजपा को लगातार दूसरी बार प्रचंड जीत मिली है। 2022 के विधानसभा चुनाव की जीत के बाद भाजपा में योगी आदित्यनाथ का कद भी बढ़ रहा है। प्रदेश में सारे मिथक को तोड़कर भाजपा को बड़ी सफलता दिलाने वाले योगी आदित्यनाथ का एक बार फिर से सीएम बनना तय माना जा रहा है। वह भाजपा के ऐसे पहले मुख्यमंत्री बने होंगे जो कि दोबारा जीतकर सरकार बनाने जा रहे हैं। भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव में भी सीएम योगी आदित्यनाथ की छवि आने वाले समय में पार्टी के लिए काफी लाभदायक साबित होने वाली है। इससे भाजपा के मिशन 2024 को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी। योगी आदित्यनाथ का कद आने वाले समय में उत्तर प्रदेश ही नहीं देश की राजनीति की दिशा तय करेगा।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में योगी आदित्यनाथ का यह पहला चुनाव था और वह इसमें सफल रहे। ऐसे में निश्चित तौर पर पार्टी में योगी आदित्यनाथ का कद बढ़ा है और वह पहली पंक्ति के नेताओं में आ गए हैं। माना जा रहा है कि इस जीत के बाद योगी आदित्यनाथ अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद भाजपा का सबसे बड़ा चेहरा हैं।
देश में 2024 में लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं और केन्द्र में सरकार बनाने में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों की बड़ी भूमिका है। विधानसभा चुनावों में भाजपा के 40 प्रतिशत से अधिक के वोट शेयर ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि भाजपा के पास पहले से ही 2024 के लोकसभा चुनाव में बढ़त है। इसकी संभावना काफी कम है कि अगले दो वर्ष में विपक्षी दल मोदी और भाजपा को यूपी में एक बार फिर बड़ी जीत से रोक पाएंगे।
प्रदेश में शुरुआती वर्ष को छोड़कर किसी पार्टी का लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटना चमत्कार है। यह पहला मौका है जब कोई मुख्यमंत्री पांच वर्ष सत्ता में रहने के बाद लगातार दूसरी बार लौटा है। प्रदेश में यह जीत ‘योगी ब्रांड’ को मजबूती देने वाली है और प्रदेश के बाहर उनकी लोकप्रियता के बढ़ने की भी संभावना है। जिस तरह गुजरात में ‘ब्रांड मोदी’ तैयार हुआ, उसी तरह यूपी की राजनीति भी आगे बढ़ रही है और ब्रांड योगी पूरी तरीके से राष्ट्रीय फलक पर तैयार हो रहा है।