बठिंडा के मौड़ मंडी विधानसभा हलके में होने वाले भाजपा के राष्ट्रीय प्रधान जेपी नड्डा की रैली से पहले किसानों ने हंगामा कर दिया। नड्डा ने बठिंडा मौड़ रोड पर संत फतेह सिंह कान्वेंट स्कूल में बनाए गए हेलीपैड पर उतरना था। जिसके बाद सड़क के रास्ते रैली स्थल पर जाना था। लेकिन किसानों ने रैली स्थल को जाने वाले रास्ते में आते चौक में ही धरना लगा दिया।
एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जालंधर रैली के दौरान भी किसानों ने विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी लेकिन पुलिस ने बड़े किसान नेताओं को घरों में ही नजरबंद कर दिया था। पुलिस ने सोमवार को तड़के विभिन्न गांवों में नाकेबंदी करके उनके घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के यूथ प्रधान अमरजोत सिंह ज्योति निवासी जंडियाला मंजकी ने तड़के ही वीडियो जारी कर पुलिस की ओर से सुबह ही गांवों में नाकाबंदी कर किसान नेताओं को घरों में नजरबंद करने के बारे में बताया था।
उनके द्वारा बठिंडा रोड को भी जाम किया गया। जबकि किसानों को प्रदर्शन करने से रोकने के लिए भारी गिनती में पुलिस बल व सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था।
किसानों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की
किसानों की इस दौरान पुलिस के साथ काफी धक्का-मुक्की भी हुई। यहां तक कि सिद्धूपुर यूनियन के नेता जब धरना लगाने के लिए अड़े रहे तो पुलिस ने जबरदस्ती उनको पकड़ कर बसों में बिठाना शुरू कर दिया। इसके विरोध में किसानों ने सड़क पर धरना लगा दिया।
किसानों का आरोप है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने खेती कानून रद्द करने के समय किसानों के साथ किए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया।