मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि के साथ ही वीर भूमि भी है। यहां सैन्यधाम को भव्य और दिव्य बनाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों की भी बैठक ली। इस दौरान सीएम धामी ने निर्देश दिए कि जल्द से जल्द सैन्यधाम का निर्माण शुरू किया जाए। इसके लिए चरणबद्ध तरीके से कार्ययोजना तैयार की जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में सैन्यधाम के संबंध में बैठक आयोजित की गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सैन्यधाम का निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाए। कार्यों की चरणबद्ध कार्ययोजना बनाई जाय। यह सुनिश्चित किया जाए कि निर्माण कार्य शुरू होने में बिल्कुल भी देरी न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि सैन्यधाम के निर्माण के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा सभी आवश्यक कार्रवाई समय पर पूरी की जाए।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, प्रमुख सचिव एल फैनई, सचिव अमित नेगी, शैलेष बगोली, मेजर जनरल सम्मी सभरवाल (से.नि.), जिलाधिकारी देहरादून डा. आर. राजेश कुमार और सबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
जानिए सैन्यधाम के बारे में कुछ बातें
-देहरादून जिले के गुनियाल गांव में होना है सैन्यधाम का निर्माण।
-उत्तराखंड के पांचवें धाम के रूप में भी जाना जाएगा सैन्यधाम।
-50 बीघा भूमि पर होगा सैन्यधाम का निर्माण।
-63 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा सैन्य धाम।
-प्रांगण में बनाया जाएगा बाबा जसवंत सिंह और बाबा हरभजन सिंह का मंदिर।
-इन दोनों वीर सैनिकों को सेना में भी पूजा जाता है।
-दो साल के भीतर सैन्यधाम निर्माण का लक्ष्य।
सैन्यधाम में ये होगा खास
सैन्यधाम में द्वितीय विश्वयुद्ध से लेकर अब तक उत्तराखंड के जितने भी सैनिक शहीद हुए हैं, उन सबके चित्र लगाए जाएंगे। इसके साथ ही उन सभी के बारे में जानकारी भी दी जाएगी। इसके अलावा सैन्य धाम में लाइट एंड साउंड सिस्टम, टैंक, जहाज के साथ ही अन्य सैन्य उपकरण भी रखे जाएंगे।