श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर आज श्रीनगर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सबसे पहले शहीद सीआइडी इंस्पेक्टर परवेज अहमद के घर शोक व्यक्त करने पहुंचे। श्रीनगर के नौगाम स्थित शहीद के आवास पहुंचने पर गृहमंत्री ने परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि परवेज की शहादत पर मुझे ही नहीं पूरे देश को वर्ग है। उन्होंने इस दौरान शहीद की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि देश के लिए दहशत देने वाले इंस्पेक्टर परवेज अहमद के परिवार की देखरेख प्रशासन की जिम्मेदारी है। शहीद के परिजनों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
मौसम की परवाह न करते हुए अमित शाह श्रीनगर के नौगाम इलाके में स्थित शहीद के घर उपराज्यपाल मनोह सिन्हा, केंद्रीय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह, डीजीपी दिलबाग सिंह के साथ पहुंचे थे। शाह ने कहा कि इंस्पेक्टर परवेज ने देश के लिए अपनी जान दी है। उनके परिवार की चिंता अब हमारी जिम्मेदारी है। आपको बता दें कि इंस्पेक्टर परवेज की गत जून 2021 को आतंकियों ने उस समय हत्या की थी जब वह नमाज पढ़ने के लिए जा रहे थे। शोक व्यक्त करने के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री ने शहीद की पत्नी फातिमा अख्तर से मुलाकात की और उन्हें सरकारी नौकरी के लिए आधिकारिक दस्तावेज भी दिए।
उन्होंने इस दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो नए जम्मू-कश्मीर की कल्पना की है, उसको साकार करने के लिए पुलिस पूरी तन्मयता से प्रयासरत है।
इससे पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज सुबह हल्की बारिश के बीच श्रीनगर पहुंचे। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उनका स्वागत किया। आज से जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री एकीकृत मुख्यालय की बैठक में जम्मू कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा करने के अलावा पंचायत संस्थानों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे। वह दो मेडिकल कालेजों का नींव पत्थर रखने के साथ प्रधानमंत्री विकास कार्यक्रम के तहत जारी योजनाओं की समीक्षा भी करेंगे। इसके अलावा वह श्रीनगर से शारजाह के लिए पहली सीधी विमान सेवा को भी हरी झंडी दिखाएंगे।
पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम लागू होने के बाद गृहमंत्री अमित शाह का जम्मू कश्मीर का पहला दौरा है। उनके दोरे के पहले कश्मीर में 20 दिन में 11 नागरिकों की हत्याएं हो चुकी हैं। विभिन्न मुठभेड़ों में 17 आतंकी मारे जा चुके हैं। गैर कश्मीरी और गैर मुस्लिमों की हत्याओं के बाद कश्मीर में विभिन्न राज्यों के श्रमिकों का पालयन कई दिन से जारी है। गृह मंत्री अमित शाह आज दोपहर 12.30 बजे राजभवन श्रीनगर में सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। शाम 4.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वह जम्मू-कश्मीर के युवा मंडलों के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगे और शाम 6 बजे वीसी के माध्यम से श्रीनगर-शारजाह अंतर्राष्ट्रीय उड़ान का उद्घाटन करेंगे। .
गृहमंत्री के आगमन से पहले कश्मीर में सुरक्षा तंत्र को और मजबूत बनाने के लिए गृह मंत्रालय ने केंद्रीय अर्धसैनिकबल की अतिरिक्त 50 कंपनियां घाटी में भेजने का फैसला लिया था जिसमें से 15 कंपनियों की तैनाती भी कर दी गई है। बाकी बची 35 कंपनियां अगले कुछ दिनों में आ जाएंगी। एक कंपनी में औसतन 100 जवान हाेते हैं। इसके अलावा श्रीनगर में ड्रोन की मदद से संवेदनशील इलाकों व मुख्य बाजारों में भी नजर रखी जा रही है। करीब 20 ड्रोन श्रीनगर सहित आसपास के इलाकों में उड़ाए जा रहे हैं।
इसके अलावा कश्मीर में एक बार फिर सुरक्षाबलों ने बंकर स्थापित करना शुरू कर दिए हैं। सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए मुख्य बाजार सहित संवेदनशील इलाकों में विशेष नाके भी स्थापित किए गए हैं। राजभवन में होने वाली बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, सुरक्षा एजेंसियों के आलाधिकारी भाग लेंगे। सूत्रों का कहना है कि कश्मीर में फिर से उठाने की कोशिश कर रहे आतंकवादी संगठनों को जड़ से खत्म करने के लिए इस बैठक में कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
कल रविवार 24 अक्टूबर को गृहमंत्री अमित शाह सुबह से लेकर शाम तक जम्मू में ही रहेंगे। जम्मू के भगवती नगर में वह जनसभा को संबोधित करेंगे। शाह 25 अक्टूबर की दाेपहर बाद श्रीनगर से दिल्ली लौटेंगे।