लखनऊ, उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल में बंद रामपुर की जौहर यूनिवर्सिटी के संस्थापक तथा रामपुर से ही समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां की मुश्किलों का पहाड़ बड़ा होता जा रहा है। रामपुर में सरकारी जमीनों पर कब्जा करने के साथ ही अन्य करीब पांच दर्जन केस झेल रहे आजम खां पर अब मनी लॉन्ड्रिग केस के मामले में भी शिकंजा कसा है।
मनी लॉन्ड्रिग के केस में अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम सीतापुर जेल में जाकर आजम खां से पूछताछ करेगी। टीम 20 से 24 सितबंर तक आजम खां से कभी भी पूछताछ कर सकती है। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक आजम खां उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव के साथ ही अखिलेश यादव की सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रहे हैं। उनकी पत्नी पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. तंजीम फातमा अब रामपुर से विधायक हैं। उनके पुत्र अब्दुल्ला खां भी विधायक थे, लेकिन पासपोर्ट तथा बर्थ सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़ा के मामले में उनकी विधायकी चली गई और वह भी पिता आजम खां के साथ ही सीतापुर जेल में बंद हैं। आजम खां की पत्नी पर भी सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर केस चला था। वह भी सीतापुर जेल में बंद थी, लेकिन अब जमानत मिलने के बाद से बाहर हैं।
आजम खां के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिग का मामला मिलने के बाद ईडी की टीम 20 से 24 सितंबर तक सीतापुर जेल में जाकर आजम खां से पूछताछ करेगी। रामपुर की जौहर यूनिवर्सिटी में विदेश से धन मिलने के आजम खां के बयान के बाद इसकी पड़ताल जारी है। इसके साथ ही ईडी की टीम आजम खां से जौहर यूनिवर्सिटी की कई एकड़ की जमीन के डील के बारे में भी पूछताछ करेगी।