लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को यहां लोकभवन सभागार में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ पोषण माह का शुभारंभ किया। प्रदेश में वर्ष 2018 से बच्चों, किशोरियों और महिलाओं में पोषण के स्तर में सुधार के उद्देश्य से राष्ट्रीय पोषण माह प्रत्येक वर्ष सितंबर में मनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि प्रदेश में आज 529 आंगनबाड़ी केन्द्रों के उद्घाटन का कार्यक्रम राज्यपाल के कर कमलों से सम्पन्न हुआ है। राज्यपाल जी के पास पोषण मिशन क्षेत्र में कार्य करने का एक लंबा अनुभव है। उन्होंने वाराणसी, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज व अन्य क्षेत्रों में पोषण मिशन को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने के लिए अनेक प्रयोग किए हैं और उसके बेहतर परिणाम भी आए हैं। राष्ट्रीय पोषण माह-2021 के शुभारंभ कार्यक्रम में अपना मार्गदर्शन व आशीर्वाद प्रदान करने के लिए मैं प्रदेश की ओर से राज्यपाल आनंदीबेन पटेल हृदय से स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सभी आंगनबाड़ी को अपने स्वयं के भवन में स्थापित करने के लिए हम मिशन मोड पर कार्यरत हैं। उन्होंने जब एक मां या बच्चा कुपोषित होता है तो यह केवल एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज व राष्ट्र की समस्या है। इस राष्ट्रीय पोषण कार्यक्रम के साथ हर देशवासी को जुडऩा चाहिए। अगर मां कुपोषित है तो बच्चा कभी पोषित नहीं हो सकता। मां के स्वास्थ्य पर ध्यान देना और किन्हीं कारणों से बच्चा कुपोषित हो गया है तो उस पर भी ध्यान देने के लिए वर्ष 2018 से पूरे देश में सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां, मुख्य सेविका व बाल विकास परियोजना अधिकारियों को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रशस्ति पत्र दिया।
गौरतलब है कि प्रदेश में तीन वर्ष से यह आयोजन संबंधित विभागों के सहयोग से होता है। उन्होंने बताया कि इस पोषण माह में पोषण वाटिका की स्थापना के लिए पौधारोपण अभियान, कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों के चिह्नांकन व निगरानी पर विशेष जोर दिया जाएगा। इसके साथ योग सत्रों का आयोजन, पोषण संबंधी प्रचार-प्रसार सामग्री व अनुपूरक पुष्टाहार आदि का वितरण किया जाएगा।