काबुल, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि सुधारने में लगे तालिबान का असली चेहरा अफगानिस्तान में कई स्थानों पर देखने को मिल रहा है। हालिया घटना में तालिबान ने गोर प्रांत में एक महिला पुलिसकर्मी को उसके परिवार के सामने ही गोली से उड़ा दिया। तालिबान के हाथों मारी गई निगारा पुलिस में थी और छह माह की गर्भवती थी। जिस समय तालिबान ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या की, उसके बच्चे और पति सामने ही मौजूद थे। हत्या के दौरान वे चीखते चिल्लाते रहे, उनकी कोई मदद करने वाला नहीं था।
अफगानिस्तान के कई स्थानों से इस तरह की महिलाओं पर अत्याचार की जानकारी आ रही हैं। स्पुतनिक के संवाददाता के अनुसार तालिबान के भय से सभी शहरों में हिजाब और बुर्के की बिक्री तेजी से बढ़ गई है। तालिबान आंतकी जहां भी महिलाओं को बिना हिजाब के देख रहे हैं, उनकी बुरी तरह पिटाई कर रहे हैं। हालांकि, बड़े शहरों में तालिबान की इन हरकतों का विरोध किया जा रहा है। महिलाएं अपने अधिकारों के लिए खड़ी हो रही हैं। पिछले दिनों काबुल और हेरात में महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन किए हैं। काबुल में तो महिलाओं के प्रदर्शन में तालिबान ने रायफलों से महिलाओं की पिटाई की और आंसू गैस के गोले दागे
वहीं संयुक्त राष्ट्र (UN) के मानवीय सहायता समूहों को तालिबान ने पूरी सुरक्षा देने का एलान किया है। साथ ही यूएन के प्रतिनिधि से इस मदद के लिए वादा कर दिया है। इस आश्वासन के बाद संयुक्त राष्ट्र ने भी अफगानिस्तान में मदद करने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। वहीं तालिबान ने पंजशीर प्रांत में कब्जा का दावा किया है। हालांकि, अफगानिस्तान के नेशलन रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस दावे को खारिज कर दिया है। एनआरएफ का मानना है कि घाटी में तालिबान के प्रवेश को रोकने के लिए लगभग सभी जगह पर प्रतिरोध बल मौजूद है।