हरिद्वार में रवासन नदी के रौद्र रूप से क्षेत्रवासियों को बाढ़ का खतरा पैदा हो गया

लालढांग। लालढांग न्याय पंचायत में लगातार हो रही बारिश से पूरा क्षेत्र हलकान हो गया है। जहां रवासन नदी के रौद्र रूप से क्षेत्रवासियों को खतरा पैदा हो गया है। वहीं गुर्जर बस्ती, गाजीवाली, कांगड़ी में दूसरे दिन भी सड़कें जलमग्न रही। राजाजी टाइगर रिजर्व की रवासन यूनिट के कर्मचारियों को भी बाढ़ का खतरा सताने लगा है।

पिछले दो दिनों से पहाड़ों सहित मैदानी क्षेत्र में भी जमकर बारिश हो रही है। हरिद्वार जिले का अंतिम क्षेत्र न्याय पंचायत लालढांग क्षेत्र में बरसाती रवासन नदी के जलस्तर ने करीब पिछले 45 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। राजाजी टाइगर रिजर्व की रवासन यूनिट के प्रभारी प्रमोद ध्यानी ने बताया कि रवासन नदी का इतना तीव्र वेग उन्होंने पहले नहीं देखा है। पूरी रात भर स्टाफ नदी के जलस्तर को देखता रहा। गुर्जर बस्ती में बारिश से धान की फसल को भी नुकसान पहुंच रहा है। गाजीवाली में एक सड़क भी पानी के तेज बहाव में आकर क्षतिग्रस्त हो चुकी है।

चेतावनी निशान से नीचे गंगा, प्रशासन सतर्क

क्षेत्र में बारिश का सिलसिला थमने के बाद भी अभी गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान के आसपास बना हुआ है। रविवार सुबह गंगा का जलस्तर चेतावनी स्तर के समीप 292.70 दर्ज किया गया। प्रशासन फिलहाल स्थिति पर नजर बनाए हुए है। बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मचारियों को अलर्ट रहने को कहा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक लगातार हो रही बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। दो दिनों से क्षेत्र में बारिश का सिलसिला थमा हुआ है। लेकिन, नदियों का जलस्तर फिलहाल कम नहीं हो रहा है।

शनिवार को गंगा का जलस्तर चेतावनी के निशान को पार कर गया था। इसके अलावा सोलानी का जलस्तर भी बढ़ गया था। लेकिन, रविवार को इसमें थोड़ी राहत मिली। एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि क्षेत्र में फिलहाल हालात सामान्य हैं। बारिश की संभावना और नदियों के जलस्तर में उतार चढ़ाव को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.