देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी जिलाधिकारियों और मुख्य विकास अधिकारियों को समस्या मिलने पर एक माह के भीतर उसका निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को दूरस्थ क्षेत्रों में रात्रि विश्राम कर चौपाल के माध्यम से आमजन की समस्याओं का समाधान करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने स्वयं गुरुवार रात्रि वर्चुअल माध्यम से लैंसडौन तहसील के अंतर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालय धोबीघाट में रात्रि चौपाल कर जन समस्याएं सुनी और चौपाल में आई 21 समस्याओं में से 17 का मौके पर ही निस्तारण किया।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने गुरुवार को चौपाल के माध्यम से जनसमस्याओं को सुना। इस दौरान ग्रामीणों ने क्षेत्र में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। ग्रामीणों ने क्षेत्र में महिला चिकित्सक न होने के बात भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखी, जिस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को एक महिला चिकित्सक की तैनाती करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी।
दुगड्डा ब्लाक प्रमुख रुचि कैंत्यूरा ने क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी की समस्या रखी। मुख्यमंत्री ने एक सप्ताह के भीतर सर्वे करवाकर उक्त समस्या के निस्तारण के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी आशीष भट्टगई को दिए। चौपाल में ग्रामीण महिलाओं ने सब्जी उत्पादन व उसके विपणन में आ रही समस्याओं से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने उद्यान विभाग के अधिकारियों को कैंप लगाकर समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए।
चौबट्टाखाल में 25 मोटर मार्गों का होगा डामरीकरण
पौड़ी जिले के अंतर्गत चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र में 25 मोटर मार्गों के डामरीकरण को मंजूरी दी गई। क्षेत्रीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के जनसंपर्क अधिकारी राय सिंह नेगी ने बताया कि स्थानीय जनता वर्षों से ये मांग कर रही थी। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के प्रयासों से विभिन्न विकासखंडों में उक्त मोटर मार्गों के डामरीकरण को मंजूरी मिली है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता को अपने कैंप कार्यालय में बुलाकर निर्देश दिए थे।