संवाददाता, देहरादून। मई से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालु अब इधर-उधर नहीं भटकेंगे। इस बार पुलिस न सिर्फ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखेगी, बल्कि यात्रियों के लिए गाइड का काम भी करेगी। इसके लिए गढ़वाल रेंज की ओर से जल्द पुलिस कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
चारधाम यात्रा के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंचते हैं। कई बार सही जानकारी न होने के कारण श्रद्धालु इधर-उधर भटक जाते हैं। इसके अलावा श्रद्धालुओं व पुलिसकर्मियों के बीच नोकझोंक के मामले भी सामने आते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए डीआइजी गढ़वाल रेंज नीरू गर्ग ने पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है, जिसके तहत पुलिस कर्मियों को व्यवहारिकता का पाठ पढ़ाया जाएगा। साथ ही यात्रा रूट की विस्तार से जानकारी भी दी जाएगी।
डीआइजी ने बताया कि जल्द ही चारधाम यात्रा संबंधी एक बुकलेट तैयार की जा रही है, जिसमें चारों धामों के साथ-साथ परिक्षेत्र के अंतर्गत आते धार्मिक स्थलों की जानकारी होगी। यह बुकलेट चारधाम यात्रा रूट पर तैनात पुलिसकर्मियों को दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यात्रा रूट पर डेंजर जोन चिह्नित किए जा रहे हैं। इन स्थानों पर पुलिस बल तैनात कर अन्य संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए सुरक्षात्मक उपाय के साथ पैराफिट व चेतावनी बोर्ड लगवाएं जाएंगे।
बता दें कि 10 मई से यात्रा शुरू हो जाएगी। 10 मई को श्री हेमकुंड साहिब के कपाट, 14 मई को गंगोत्री व यमनोत्री, 17 मई को केदारनाथ और 18 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय हुई है। 2020 के दौरान कोरोना संक्रमण अधिक होने के कारण यात्रा प्रभावित हुई, जिसके कारण इस बार अधिक श्रद्धालुओं के यात्रा पर आने की उम्मीद है। यही कारण है कि पुलिस प्रशासन यात्रा को सकुशल कराने के लिए अभी से जुट गया है।