दिल्ली पुलिस के हाथ लगा अहम सुराग, सीसीटीवी में दिखे 2 शख्स

राजधानी दिल्ली के अति सुरक्षित लुटियंस जोन इलाके की स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित इजरायली दूतावास के पास शुक्रवार शाम को हुए बम धमाके के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, शनिवार सुबह दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम इज़राइल दूतावास के बाहर मौजूद है, जहां शुक्रवार शाम को कम तीव्रता वाला विस्फोट हुआ था। इस धमाके में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन दूतावास के सामने खड़ी पांच गाड़ियों के शीशे टूट गए। वहीं शनिवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस्राइल दूतावास के पास घटनास्थल की ओर जाने वाले 2 व्यक्तियों को छोड़ने वाली एक कैब का सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किया है। यहां पर शुक्रवार को विस्फोट हुआ थाा। बताया जा रहा है कि चालक से संपर्क किया गया है और स्केच तैयार किए जा रहे हैं। उनकी भूमिका का पता लगाने के लिए जांच चल रही है।

इस वारदात को भारत-इजरायल कूटनीतिक रिश्तों की 29वीं सालगिरह पर अंजाम दिया गया। शुरुआती जांच में पता चला है कि कम क्षमता वाले बम (लो इंटेंसिटी इंप्रोवाइज्ड डिवाइस) से विस्फोट किया गया था। इसे पेय पदार्थ की केन में बनाया गया था।

दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने धमाके के पीछे किसी आतंकी संगठन का हाथ होने से इनकार किया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ ही केंद्रीय खुफिया एजेंसियां भी जांच में जुट गई हैं। धमाके के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इजरायल के विदेश मंत्री गबी अशकेनाजी से बात की और दोषियों पर कार्रवाई व दूतावास कर्मियों की सुरक्षा का भरोसा दिलाया।

दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम में शुक्रवार शाम 5:05 बजे इजरायल दूतावास के पास स्थित बंगले से एक युवक ने फोन कर धमाके की सूचना दी। दूतावास से करीब 100 मीटर की दूरी पर सामने के फुटपाथ पर हल्की क्षमता का एक बम फोड़ा गया था। इससे फुटपाथ के नजदीक खड़े पांच निजी वाहनों के शीशे टूट गए। कुछ देर बाद अर्धसैनिक बलों को तैनात कर आसपास का क्षेत्र सील कर दिया गया और इजरायली दूतावास के साथ लगते ब्राजील दूतावास की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी ईश सिंघल के मुताबिक, जांच में आतंकी पहलू सामने नहीं आया है। मौके पर पुलिस के अलावा इंटेलीजेंस ब्यूरो और एनआइए की भी तीन टीमें पहुंचीं। विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की टीम ने मौके से कांच के टुकड़ों और एक गमले को अपने कब्जे में लिया है।

2012 में भी हुआ था धमाका

2012 में भी इसी क्षेत्र में इजरायल दूतावास की एक गाड़ी के नीचे एक बम लगा दिया गया था, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उस वारदात के लिए ईरानी पत्रकार को गिरफ्तार किया था।

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