बॉलीवुड से एक और दुखद खबर: गीतकार अनवर सागर का निधन

साल 2020 का अब तक का सफ़र बॉलीवुड के लिए भी काफ़ी निराशाजनक रहा है। एक के बाद एक बुरी ख़बर आ रही है। अब गीतकार अनवर सागर के निधन की ख़बर आयी है। अनवर सागर ने अस्सी और नब्बे के दौर में कई अहम फ़िल्मों के लिए गीतों की रचना की थी, जिनमें अक्षय कुमार की फ़िल्में भी शामिल थीं।

अनवर 70 साल के थे और उन्होंने मुंबई के कोकिलाबेन अम्बानी अस्पताल में आख़िरी सांस ली। इंडियन परफॉर्मिंग राइट्स सोसाइटी ने ट्वीट करके अनवर को श्रद्धांजलि दी। अनवर आईपीआरएस के सदस्य भी थे। ट्वीट में बताया गया- वेटरन गीतकार और आईपीआरएस के सदस्य अनवर सागर गुज़र गये हैं। उन्होंने वादा रहा सनम जैसे गाने लिखे थे। साथ ही विजय पथ और याराना की गीत भी लिखे थे। इस मुश्किल घड़ी में उनके परिवार के लिए दुआएं।

अनवर ने दिव्या भारती की 1992 की फ़िल्म दिल का क्या कसूर का शीर्षक गीत भी लिखा था। 1994 की हिट मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी के लिए उन्होंने एक गाना भी गाया था। इस फ़िल्म में अक्षय कुमार और सैफ़ अली ख़ान लीड रोल में थे। 1982 में आयी ज़ख़्मी इंसान के लिए उन्होंने गाने लिखे थे। अनवर की आख़िरी फ़िल्म 2002 में आयी कितने दूर कितने पास थी, जिसमें फरदीन ख़ान और अमृता अरोरा ने लीड रोल निभाये थे। इसके लिए उन्होंने रुलाती हैं मोहब्बतें गीत लिखा था।

अनवर से पहले 29 मई को हिंदी सिनेमा के वेटरन गीतकार योगेश गौड़ का निधन हो चुका है। योगेश ने हिंदी फ़िल्मों को कई यादगार गीत दिये थे। लता मंगेशकर ने योगेश को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।

लखनऊ में 19 मार्च 1943 को जन्मे गीतकार योगेश ने साठ और सत्तर के दौर में कई बेहतरीन गीत हिंदी सिनेमा को दिये। इनमें आनंद फ़िल्म के गीत कहीं दूर जब दिन ढल जाए और ज़िंदगी कैसी है पहेली जैसे कालजयी गीत शामिल हैं। उन्होंने मुख्य रूप से ऋषिकेश मुखर्जी और बासु चटर्जी की फ़िल्मों के लिए गीत लिखे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.