कांग्रेस ने प्रदेश में पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि पर तीखी आपत्ति जताई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार का यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण और जनविरोधी है। प्रीतम सिंह ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल पटरी पर 14 कामगारों की मौत के मामले में केंद्र सरकार को निशाने पर लिया।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम निरंतर गिर रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार को जनता को राहत देते हुए पेट्रोल और डीजल के दामों को कम करना चाहिए। साथ ही कहा कि राजस्व प्राप्त करने के लिए शराब के दामों में और ज्यादा वृद्धि की जानी चाहिए।
बेहड़ पर मुकदमे से बिफरे कांग्रेस नेता
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने पार्टी के वरिष्ठ नेता तिलकराज बेहड़ पर रुद्रपुर में मुकदमा दर्ज होने पर तीखी नाराजगी जताई। साथ ही सरकार पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले में पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी से दूरभाष पर वार्ता की।
दिखा सरकार की जन विरोधी मानसिकता का नमूना
सूर्यकांत धस्माना ने राज्य सरकार ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में मंदी महंगाई और लॉकडाउन की मार झेल रही जनता पर पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी कर एक और महंगाई का चाबुक चला अपना विरोधी चेहरा बेनकाब किया है। धस्माना ने कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए त्रिवेंद्र सरकार की कैबिनेट ने राज्य में पेट्रोल की कीमत एक रुपया और डीजल की कीमत दो रुपए बढ़ाने के निर्णय का जनविरोधी फैसला लिया। इससे राज्य में महंगाई बढ़ेगी और पहले से ही बेरोजगारी और बढ़ेगी।
कोरोना अमीर गरीब जात-धर्म नहीं देखता: धस्माना
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष और देवभूमि मानव संसाधन विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना आजकल अपनी ऐम्बुलेंस मोबाइल राशन किट सेवा के माध्यम से गरीब जरूरतमंद लोगों को राशन किट वितरित करने के साथ साथ कोरोना से बचाव और सावधानियों के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं। गांधी ग्राम और द्रोणपुरी के 101 लोगों को राशन किट वितरित करते हुए उन्होंने लोगों से कोरोना के प्रति सचेत रहने के लिए अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोग अभी तक सौभाग्यशाली हैं कि ये संक्रमण अन्य राज्यों की तरह यहां नहीं फैला, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि हम लापरवाह हो जाएं।
उन्होंने कहा कि कोरोना अमीर, गरीब, धर्म-जाति नहीं देखता और थोड़ी सी लापरवाही भी खतरनाक हो सकती है। धस्माना ने कहा कि साफ सफाई, हाथों को धोना, मास्क लगाना और सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन करना इसके प्राथमिक बचाव के तरीके हैं और किसी को खांसी, जुकाम, तेज बुखार के अगर थोड़े से भी लक्षण दिखें तो तत्काल जांच करवाने के लिए जाएं। इस अवसर पर धर्म सोनकर, अनिल डोबरियाल, सुन्नी धीमान, यूसुफ, अनुज दत्त शर्मा, गौतम सोनकर, गुड्डू डबराल और जसविंदर सिंह मोठी भी उपस्थित रहे।