4 मई से शुरू होगा उत्तराखंड सचिवालय और विधानसभा सचिवालय में कामकाज

उत्तराखंड सचिवालय और विधानसभा सचिवालय में सोमवार से कामकाज शुरू होगा। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के क्रम में शासन ने शुक्रवार को गाइडलाइन जारी किए जाने से यह संभावना जगी है। इसके तहत सचिवालय और विधानसभा परिसर में सेनिटाइजेशन का पूरा ख्याल रखा जाएगा। साथ ही अनुभागों में 33 फीसद अनुपस्थिति ही सुनिश्चित की जाएगी।

शासन ने सचिवालय और विधानसभा परिसर एवं कार्यस्थलों पर कार्य शुरू कराने कराने के मद्देनजर यह गाइडलाइन जारी की गई है। गाइडलाइन के मुताबिक सचिवालय के व्यवस्थाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि सचिवालय परिसर में रोजाना दो बार सफाई कराई जाए। सचिवालय व विस परिसर में बाथरूम, कॉरीडोर प्रत्येक दिन दो से तीन बार सेनिटाइज किए जाएंगे। सभी दरवाजों, नौब, हैंडल, सीढ़ि‍यों की रेलिंग को भी साफ किया जाएगा। सभी कार्यालयों में हैंडवाश, सेनिटाइजर की व्यवस्था सुनिश्चित होगी और सभी को मॉस्क पहनना अनिवार्य होगा। कैंटीनों के साथ ही लिफ्ट समेत पूरे परिसर का नियमित सेनिटाइजेशन होगा। कैंटीनों में 60 वर्ष से अधिक आयु के श्रमिकों से कार्य नहीं लिया जाएगा। साथ ही शारीरिक दूरी के मानकों का सभी जगह अनुपालन किया जाएगा।

सचिवालय में प्रवेश करने वाले सभी कार्मिकों की प्रवेश गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। यदि किसी का तापमान निर्धारित से अधिक होगा तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा और उसका पूरा ब्योरा रखा जाएगा। बायोमीट्रिक हाजिरी की बजाए रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज होगी। प्रत्येक अनुभाग में अनुभाग अधिकारी को शामिल करते हुए वहां तीन से ज्यादा व्यक्ति न हों, यह सुनिश्चित किया जाएगा। अनुभाग अधिकारी अपने अधीनस्थ कार्मिकों को 15-15 मिनट के अंतराल पर सचिवालय में आने व उपस्थित होने के निर्देश प्रदान करेंगे। विभागीय सचिव यह रोस्टर निर्धारित करेंगे कि प्रतिदिन अनु सचिव से लेकर अपर सचिव तक के दो अधिकारी दफ्तर में उपस्थित हो पाएं। गाइडलाइन में लिफ्ट के स्थान पर सीढ़ि‍यों के प्रयोग को तवज्जो देने पर जोर दिया गया है।

परिसर में इधर-उधर थूकना वर्जित 

सचिवालय स्थित कार्यालयों में चुइंगम, पान-मसाला का सेवन पूरी तरह वर्जित रहेगा। साथ ही परिसर में अनावश्यक इधर-उधर थूकना भी वर्जित है। थूकने को केवल वॉशरूम का प्रयोग किया जाएगा।

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