चीन से फैले कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ही लोगों के प्रयास के बाद भी इनकी संख्या बढऩे से अब यह स्टेज थ्री की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। केजीएमयू के मेडिसिन विभाग में नौ कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को रखा गया है। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस पॉजिटिव की संख्या 23 पहुंच गई है। लखनऊ में कोरोना वायरस से पीडि़तों की देखरेख में लगे जूनियर डॉक्टर के रिश्तेदारों में भी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। आज जिन चार लोगों में कोरोना वायरस के पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है, उनमें जूनियर डॉक्टर के तीन रिश्तेदार शामिल हैं।
लखनऊ में शुक्रवार को चार और में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो गई है। इसके साथ ही लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में दर्जनों की स्कैनिंग जारी है। इनकी संख्या में बढ़ोतरी तय है। लखनऊ व आगरा में आठ-आठ पॉजिटिव केस मिलने के साथ ही उत्तर प्रदेश में अब संक्रमितों की संख्या 23 पर पहुंच गई है। लखनऊ में अब तक कुल आठ में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा आगरा में आठ, नोएडा में चार, गाजियाबाद में दो और लखीमपुर खीरी में एक में कोरोना वायरस से संक्रमित है। केजीएमयू ने कहा कि इलाज के लिए मरीज अन्य अस्पतालों में भी भर्ती कराए जाएं।
लखनऊ के जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में कुल नौ लोग भर्ती हैं। इनमें आठ लखनऊ के हैं जबकि एक लखीमपुर खीरी का युवक है। लखनऊ में शुक्रवार को जिन चार और लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है उनमें दो महिला व दो पुरुष शामिल हैं। इसमें यूके से लौटकर आई एक महिला शामिल है। बाकी तीन पहले से कोरोना वायरस से संक्रमित के संपर्क में थे। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि लखनऊ में सभी लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। नौ में से सात मामले हायर लोड वाले पाए गए हैं। लखनऊ में गोमतीनगर निवासी पॉजिटिव केस इंग्लैंड से लौटा है जबकि लखीमपुर खीरी निवासी टर्की से आया है। डॉ. सुधीर सिंह बताया कि दो और रोगियों की संक्रमण से पुष्टि हो गयी है। वर्तमान में इनकी संख्या नौ हो गयी है।
लखनऊ में गोमतीनगर के विशाल खंड निवासी शख्स लंदन से लौटा है। उसे केजीएमयू के आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कर इलाज किया जा रहा है। लखीमपुर खीरी निवासी मरीज में भी कोरोनावायरस की पुष्टि होने के बाद उसे भी एडमिट किया गया है। यह तुर्की से लौटा है। लखीमपुर का मरीज मैैगलगंज में इलेक्ट्रॉनिक की दुकान करता है। वह 8 तारीख को तुर्की से यात्रा कर लौटा था। ऐसे में बुखार आया। उसने मैगलगंज, महोली, सीतापुर मे डॉक्टरों को दिखाता रहा। फायदा न होने पर कल केजीएमयू आया। ऐसे में कई लोगों में संक्रमण की आशंका है। लखनऊ में सबसे पहले आठ मार्च को कनाडा से आई महिला डॉक्टर में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद उसके संपर्क में आए एक रिश्तेदार भी पॉजिटिव पाया गया था, जिनका इलाज चल रहा है। कनाडा से लौटी इस महिला के सम्पर्क में आए नजदीकी दस लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया।
प्रयागराज में कोरोना के तीन संदिग्ध भर्ती
तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय (बेली) में शुक्रवार करीब 11 बजे तीन लोग कोरोना होे की आशंका में पहुंचे। इस जानकारी पर अस्पताल में अफरातफरी मच गई। कर्मचारी काउंटर छोड़कर इधर उधर खिसक गए। बेली अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया। वहां तैनात स्टाफ ने फौरन तीनों पुरुषों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया। मामले की जानकारी मुख्य चिकित्साधिकारी को दी गई। तीनों के सैंंपल लिए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि तीनों इटली में रिक्शा चलाते थे। खांसी-जुकाम के चलते उन्हें आशंका हुई तो वह जांच कराने बेली पहुंचे थे। तीन संदिग्ध मरीजों के भर्ती होने के कारण ओपीडी प्रभावित हुई है। बैरीकेडिंग कर लोगों को आने जाने से रोका गया है।
स्थानीय लोगों की लापरवाही
लखनऊ के पूर्व सीएमओ एसएनएस यादव का कहना है कि केजीएमयू में काम करने वाले जूनियर चिकित्सक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। उसके बाद उसके परिवार में कोरोना वायरस की पुष्टि इस ओर इशारा कर रही है कि यह वायरस अब लापरवाही के कारण स्थानीय लोगों से स्थानीय लोगों में फैल रहा है। इसका बढऩा तीसरे स्टेज की तरफ जाने का संकेत है।
डॉक्टर्स व प्रोफेसर्स का अवकाश रद
केजीएमयू प्रशासन ने सभी डॉक्टरों और प्रोफेसरों की छुट्टियां रद कर दी गई। लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया है। सभी को ऑन कॉल 24 घंटे तैयार रहने के लिए कहा गया। महामारी से निपटने के लिए उन्हें कभी भी बुलाया जा सकता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना को भले ही महामारी घोषित नहीं किया है, लेकिन महामारी जैसी सभी स्थितियों से निपटने का अलर्ट जारी किया गया है। यहां पर लाखों लोगों की रोज स्कैनिंग की जा रही है। भारत-नेपाल सीमा के 2200 से अधिक गांवों को सैनिटाइज किया गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- भयभीत न हों, सतर्क व सावधान रहें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश के लोगों को वीडियो पर संदेश दिया है। सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कोरोना वायरस से बचने के लिए अपना एक वीडियो भी जारी किया है और लोगों को सावधान और सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है। यह काफी संक्रामक वायरस है। केंद्र के साथ प्रदेश सरकार इससे बचाव पर काम कर रही है। हम इसके रोकथाम के लिए कार्य कर रहे हैं। इसके उपचार के लिए हम काम कर रहे हैं। प्रदेश के सभी 75 जिलों में आइसोलेशन वार्ड बने हैं। इनके साथ 1268 बेड के आइसोलेशन वार्ड बने है। कोरोना वायरस के कहर के उपचार से बेहतर बचाव है। आप सभी से अपील है कि बार – बार अपना हाथ धोएं। हम सभी लोग सावधानी से बीमारी से बच सकते हैं। कोरोना वायरस से भयभीत न हों। बस सावधान व सतर्क रहें।