पहले जहां कोरोना वायरस का असर बाजार पर नजर आया वहीं, इसने होली के उल्लास को भी प्रभावित किया है। इसी डर का असर इस बार उत्तराखंड के काली कुमाऊं की प्रसिद्ध खड़ी होली गायन पर भी पड़ा है। जिसका असर यह है कि जिले के विभिन्न स्थानों में आयोजित की जाने वाली खड़ी होली गायन में कई होल्यार मास्क लगाकर होली गाते हुए नजर आ रहे हैं। यही नहीं इस दौरान होल्यारों ने मास्क लगाने के साथ ही सेनिटाइजर के साथ सूखे रंगों के साथ होली खेलने को तवज्जो दी गई।
सूखे रंगों से हल्यारों ने खेली हाेली
काली कुमाऊं की राजधानी रहे चंपावत जिले की खड़ी होली गायन को देश विदेश में काफी पसंद किया जाता है। पुरुषों एवं महिलाओं की ओर से एक साथ खड़ी होली का गायन काफी प्रसिद्ध है। लेकिन इस बार पूरी दुनिया में फैले कोरोना वायरस की वजह से काली कुमाऊं की होली भी प्रभावित रही। लगातार बारिश के कारण तापमान में आई गिरावट के कारण जहां लोगों ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए सेनिटाइजर के साथ सूखे रंगों के साथ होली खेलने को प्राथमिकता दी है।
माबाइल की कॉलर टोन ने भी बढ़ाई दिक्कतें
कोरोनावायरस को लेकर भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की ओर से हर मोबाइल कॉल करने से पहले कॉलर टोन ने भी लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। किसी भी नेटवर्क में फोन करने पर कोरोना वायरस के बारे में जानकारी दी जा रही है। जिसको लेकर लोगों में ज्यादा खौफ भर गया है। सीएमओ चंपावत डॉ. आरपी खंडूरी ने बताया कि जिले में कोरोनावायरस के बारे में लोगों को जागरूक करने के साथ ही नेपाल सीमा से आने वाले लोगों की गहन छानबीन की जा रही है। अब तक जिले में कोरोना वायरस से पीड़ित कोई भी मरीज नहीं पाया गया है।