ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मध्य प्रदेश में राजनीतिक उठापटक और तेजी हो गया है। सिंधिया आज दोपहर 12.30 बजे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। वहीं, मंत्री और विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों को टूट का डर सता रहा है। देर रात भाजपा के 106 विधायकों को भोपाल से दिल्ली ले जाया गया। उधर तोड़-फोड़ की आशंका के चलते कांग्रेस भी अपने विधायकों को जयपुर भेजने की तैयारी कर रही है।
राहुल का मोदी सरकार पर हमला
मध्य प्रदेश की राजनीतिक हालात पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा- आप कांग्रेस की चुनी हुई सरकार में व्यस्त हैं इसलिए वैश्विक स्तर तेल की कीमतों में हुई 35 पर्सेंट की कमी को भूल गए होंगे। क्या आप कृपा करके भारत के लोगों को भी इसका फायदा दे सकते हैं और पेट्रोल की कीमतों को 60 रुपये से नीचे ला सकते हैं? इससे इकॉनमी को बूस्ट करने में मदद मिलेगी।
राहुल गांधी ने नहीं दिया जवाब
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर पार्टी छोड़ने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया।
विधायकों को वापस लाएंगे
मध्यप्रदेश निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने भोपाल में कहा कि हमारी सरकार बचेगी। सभी स्वतंत्र विधायक हमारे साथ हैं। हम उन विधायकों को वापस लाएंगे जो बेंगलुरु में हैं।
फ्लोर टेस्ट में बहुमत करेंगे साबित
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन बोले कांग्रेस सुरक्षित और मजबूत स्थिति में है। हर कोई मुख्यमंत्री कमलनाथ के संपर्क में है, जल्द ही सबकुछ ठीक होगा। हम विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करेंगे और 2023 तक सरकार भी चलाएंगे।
विधायकों को गुमराह किया जा रहा
कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा कि हम सदन के पटल पर बहुमत साबित करेंगे। कांग्रेस के सभी विधायक जो बेंगलुरु में हैं, उन्हें गुमराह किया जा रहा है। वे हमारे संपर्क में हैं। यहां तक कि भाजपा के विधायक भी हमारे संपर्क में हैं।
गुरुग्राम के होटल में भाजपा विधायक
भोपाल में भाजपा पार्टी ऑफिस के बाहर से बसों के द्वारा विधायकों को एयरपोर्ट भेजा गया। वहां से सभी को मंगलवार देर रात गुरुग्राम के होटल आईटीसी ग्रैंड भारत में ठहराया गया है। कांग्रेस भी अपने विधायकों को राजस्थान ले जाने की तैयारी में है। बता दें कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार हरियाणा में सत्ता में है, जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार राजस्थान में शासन कर रही है।
कांग्रेस ने दो नेताओँ को भेजा बेंगलुरू
इस बीच, कमलनाथ अपनी सरकार को बचाने के की कोशिशों में लग गए है। कांग्रेस ने अपने दो नेताओं सज्जन सिंह वर्मा और गोविंद सिंह को बेंगलुरू में मौजूद बागी विधायकों को मनाने के लिए भेजा है। वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद मंगलवार को 22 विधायकों ने भी प्रटी से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने वाले विधायकों में छह मंत्री भी शामिल हैं।
कमलनाथ का दावा
वहीं, मध्य प्रदेश में जारी सियासी ड्रामे के बीच सीएम कमलनाथ ने दावा किया कि उनके पास बहुमत है। कमलनाथ ने मंगलवार शाम कहा, ‘घबराने की जरूरत नहीं है, हम बहुमत साबित करेंगे। हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। जिन्हें इन लोगों ने कैद करके रखा है, वे मेरे संपर्क में हैं।’