इस वक्त दिल्ली से बड़ी खबर आ रही है।दिल्ली हिंसा के बीच एसएन श्रीवास्तव को दिल्ली के पुलिस कमिश्नर का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक गृह मंत्रालय की ओर से इसकी आधिकारिक जानकारी दी गई है। एसएन श्रीवास्तव पहले से ही दिल्ली के स्पेशल कमिश्नर(कानून-व्यवस्था) के पद पर तैनात हैं। वह 29 मार्च को दोपहर में दिल्ली पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त पदभार संभालेंगे।
जब स्पेशल कमिश्नर बनाए गए
इससे पहले एसएन श्रीवास्तव को दिल्ली का स्पेशल कमिश्नर (कानून-व्यवस्था) बनाया गया था।नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जुटे लोग और कानून के समर्थन में जुटी भीड़ ने देश की राजधानी दिल्ली को धुआं-धुआं कर दिया। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के इलाकों में जमकर बवाल हुआ और इसी बीच दिल्ली पुलिस की कानून-व्यवस्था की भी पोल खुल गई। हालात और ज्यादा ना बिगड़े, इसके लिए AGMUT 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी एसएन श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से दिल्ली का स्पेशल कमिश्नर (कानून-व्यवस्था) बनाया गया था।
कौन हैं एसएन श्रीवास्तव ?
AGMUT 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी एसएन श्रीवास्तव सीआरपीएफ के तेज-तर्रार अफसर रहे हैं। वह फिलहाल दिल्ली के स्पेशल कमिश्नर (कानून-व्यवस्था) के रूप में काम रहे थे। इससे पहले वह डीजी ट्रेनिंग के तौर पर काम कर रहे थे। इससे पहले भी वो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में रह चुके हैं।
एस एन श्रीवास्तव बहुत सख्त ऑफिसर माने जाते है। दिल्ली पुलिस में वह डीसीपी, ज्वाइंट सीपी ट्रैफिक और स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी रहे हैं। सेल को अलग पहचान देने में इनकी बहुत बड़ी भूमिका रही है। दिल्ली जब आतंकी घटनाओं घटनाओं से जूझ रही थी उसी दौरान ये सेल के मुखिया थे। इंडियन मुज्जा हुद्दिं का कमर तोड़ने में एस एन की बड़ी भूमिका रही है। चार साल पहले यह डेपुटेशन पर सीआरपीएफ चले गए थे।वह इन्हे आतंकियों से निपटने के लिए सेंसेटिव जिम्मेदारी सौंपी गई थी। स्पेशल सेल में बतौर विशेष पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी संभालते हुए एसएन श्रीवास्तव ने दिल्ली में IPL मैच में फिक्सिंग का खुलासा किया था।
जम्मू कश्मीर में चलाया एंटी टेरर ऑपरेशन
एसएन श्रीवास्तव दो साल पहले तक जम्मू-कश्मीर के स्पेशल डीजी रहे हैं। उन्हें कश्मीर घाटी में ऑपरेशन ऑल आउट के दौरान आर्मी के साथ काम करने के लिए जाना जाता है। श्रीवास्तव को पूर्व में कश्मीर में आतंक के खात्मे का काम सौंपा गया था। 2017 में श्रीवास्तव के साथ मिलकर सीआरपीएफ ने दक्षिण कश्मीर में तमाम एंटी टेरर ऑपरेशंस को चलाया था। इनमें ऑपरेशन ऑल आउट भी था, जिनमें हिज्बुल के कई टॉप कमांडर्स का एनकाउंटर कर दिया गया था।