नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (National Register of Citizens) के विरोध में शाहीन बाग में 15 दिसंबर से चल रहे प्रदर्शन के खात्मे की उम्मीद बंधती दिखाई दे रही है। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर ने कहा है कि केंद्र में सत्तासीन नरेंद्र मोदी सरकार तय रूपरेखा के दायरे में शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए तैयार है।
शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बातचीत के संदर्भ में उन्होंने ट्वीट किया है- ‘ केंद्र सरकार तय रूपरेखा के दायरे में शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए तैयार है। इस दौरान उनकी संकाओं का समाधान भी किया जाएगा।’
वहीं, इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले की भी प्रतिक्रिया आई है। बजट सत्र के लिए दिल्ली पहुंचे रामदास ने कहा कि रविशंकर प्रसाद जी हमारे वरिष्ठ नेता और मंत्री हैं, शाहीन बाग में कई दिनों से प्रदर्शन चल रहा है अगर उन्होंने इसके संबंध में कहा है कि हम बात करने के लिए तैयार हैं तो शाहीन बाग वालों को सरकार से बात करनी चाहिए।
सीएए मुसलमानों के खिलाफ नहीं: राजनाथ
इससे पहले शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम कांग्रेस, आप की तरह वादे करके भूलने वालों में नहीं हैं। हम शुरू से कहते आ रहे हैं कि हमारी बहुमत की सरकार आएगी तो एक देश में दो विधान नहीं चलने देंगे। मुस्लिम बहनों के साथ अत्याचार नहीं होने देंगे। राम मंदिर बनाएंगे और पड़ोसी देशों में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित हो रहे अल्पसंख्यक भाइयों को भारत की नागरिकता देंगे। वह महरौली विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी कुसुम खत्री के समर्थन में शुक्रवार को जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि वर्ष- 2014 में हमारी सरकार बहुमत से बनी और हमने अपने किए वादे पूरे करने शुरू कर दिए। हमने तीन तलाक को खत्म किया। हमने पड़ोसी देशों में प्रताड़ित हो रहे अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने वाला कानून पास किया। राम मंदिर के लिए वर्षों तक लड़ाई लड़ी और तथ्यों के साथ कोर्ट गए, जहां हमारी विजय हुई और हमने जहां मंदिर बनने के लिए कहा था, वहीं भव्य मंदिर का रास्ता प्रशस्त हुआ।