जम्मू, भाजपा के संगठनात्मक चुनाव के लिए भाजपा ने कमर कस ली है। दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में हिस्सा लेने के लिए प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता स. विरेंद्रजीत सिंह व मुनीश शर्मा दिल्ली रवाना हो गए।
संगठनात्मक चुनाव के राष्ट्रीय प्रभारी राधा मोहन सिंह ने जम्मू कश्मीर व लद्दाख में पार्टी के संगठनात्मक चुनाव के लिए स. विरेंद्रजीत सिंह को प्रभारी व मुनीश शर्मा को सह प्रभारी बनाया है। यह जानकारी सोमवार को जम्मू में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविन्द्र रैना व संगठन महामंत्री अशोक कौल ने दी। विरेंद्रजीत सिंह प्रदेश भाजपा के सभी प्रकोष्ठों के प्रभारी हैं तो मुनीश सभी मोर्चो के प्रभारी हैं। पार्टी मुख्यालय में रङ्क्षवद्र रैना व अशोक कौल ने संगठनात्मक चुनाव को लेकर विरेंद्रजीत सिंह और मुनीश शर्मा से बैठक भी की।
आज दिल्ली में होने वाली बैठक पर विचार विमर्श करने व जिलों के संगठनात्मक चुनाव को तेजी देने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी चर्चा की। राज्य में नवंबर माह के अंत तक बूथ स्तर से लेकर नए राज्य अध्यक्ष चुनने के लिए संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में होने वाली बैठक में संगठनात्मक चुनाव के राष्ट्रीय प्रभारी राधा मोहन सिंह के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी उपस्थित रहेंगे। बैठक में सभी राज्यों के संगठनात्मक चुनाव प्रभारियों व सह प्रभारियों को अपने राज्यों में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से अंजाम देने के टिप्स दिए जाएंगे।
भाजपा ने जम्मू को अलग राज्य बनाने के झूठे वायदे किए
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने पर कड़ा एतराज जताया है। प्रदेश कांग्रेस प्रधान जीए मीर ने कहा कि जम्मू को अलग राज्य बनाने के झूठे वायदे किए गए। जम्मू-कश्मीर को मिले विशेषाधिकार छीन कर राज्य का दर्जा भी कम कर दिया गया। जीए मीर के निवास पर पार्टी की बैठक में राज्य के मौजूदा हालात पर विचार विमर्श किया गया। पार्टी सदस्यों ने बताया कि जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला एकतरफा है। जम्मू में बाहरी राज्यों के लोग जमीन खरीद सकेंगे। नौकरियां कर सकेंगे। हमारी सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान के साथ भावी पीढ़ी को नुकसान होगा। भाजपा जम्मू के लिए अलग राज्य बनाने के मुद्दे पर लोगों को गुमराह करती रही है। अब जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है। कश्मीर में मुख्यधारा की पार्टियों के नेताओं को बंद कर दिया गया है। पार्टी हालात पर नजर रखी हुई है। मीर ने कहा कि सरकार को पाबंदियां हटा लेनी चाहिए। नेताओं को बंद रखने से लोगों में रोष बढ़ेगा।
राष्ट्रपति से राजनीतिक दलों, पूर्व विधायकों की बैठक बुलाने का आग्रह
पैंथर्स पार्टी के मुख्य संरक्षक प्रो. भीम सिंह ने राष्ट्रपति रामनाथ कोङ्क्षवद से जम्मू कश्मीर की सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टियों और पूर्व विधायकों की बैठक बुलाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में बांटने के बाद उपजे हालात पर बैठक में विचार विमर्श का मौका मिले। लद्दाख के लोग काफी समय से केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग कर रहे थे, लेकिन जम्मू कश्मीर के लोगों ने राज्य के विभाजन या केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग कभी नहीं की थी। राष्ट्रपति को लिखे पत्र में भीम सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 35ए को लागू करते समय संसद में पारित नहीं किया गया था। इसलिए इसे हटाने के लिए राष्ट्रपति का आदेश ही पर्याप्त था। अनुच्छेद 370 में संशोधन के अधिकार भी संसद के पास थे, लेकिन राज्य को दो भागों में बांटने से पहले जम्मू कश्मीर के लोगों से बातचीत कर लेनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर बहुत पुराना राज्य है। इसे दो हिस्सों में बांट कर केंद्र शासित प्रदेश बनाना राज्य के हित में नहीं है।