देहरादून, यदि आप श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के स्नातक व स्नातकोत्तर के छात्र हैं और आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा में लिखित पेपर में उत्तीर्ण हुए हैं व प्रयोगात्मक परीक्षा में फेल या किसी कारण प्रयोगात्मक परीक्षा छूट गई है तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। ऐसे छात्रों को स्नातक स्तर पर 15 सौ रुपये व स्नातकोत्तर स्तर पर दो हजार शुल्क देकर पुन: संबंधित परीक्षा में बैठकर कक्षा को पास कर सकते हैं।
विवि प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार दस से कम छात्र संख्या वाले प्राइवेट कॉलेजों को विवि संबद्धता नहीं देगा। इसी सप्ताह हुई ऐकेडमिक काउंसिल की बैठक में इन दोनों प्रस्ताव को पारित कर दिया गया। शैक्षिक परिषद ने रोजगारपरक पाठ्यक्रम तैयार किए जाने के निर्देश भी दिए। दस से कम छात्र संख्या वाले निजी स्वामित्व वाले संस्थानों को संबद्धता न देने को लेकर पहले वहां विवि के अधिकारी निरीक्षण के लिए जाएंगे और फिर पाठ्यक्रम की अनुमति पर कोई अंतिम निर्णय लेंगे। विवि के तहत मास्टर्स ऑफ होटल मैनेजमेंट (एमएचएम) के लिए शैक्षिक योग्यता बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट (बीएचएम) रखी गई है।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में फेल छात्र को मिलेगा चांस पास होने का इसके अलावा पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश को श्रीदेव सुमन उत्तराखंड का परिसर बनाए जाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। विवि मुख्यालय में सत्र 2019-20 से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय यहां से अन्यत्र स्थानांतरित होने पर इस भवन में स्नातकोत्तर पर बीकॉम ऑनर्स व वाटर स्पोट््र्स पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे। विवि व जिला प्रशासन के मध्य पूर्व में हुई वार्ता में विवि ने संबंधित विद्यालय के भवन निर्माण को 30 लाख रुपये दिए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई। विवि का दीक्षांत समारोह अक्टूबर माह में गोपेश्वर में आयोजित किया जाएगा।
परिषद में इन विषयों को मिली मंजूरी
वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, जंतु विज्ञान, गणित, माइक्रो बायोलॉजी, भौतिक विज्ञान, बीकाम ऑनर्स, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, शिक्षा शास्त्र, भूगोल, ङ्क्षहदी, इतिहास, राजनीति शास्त्र, संस्कृत, गृह विज्ञान, चित्रकला, मनोविज्ञान, सैन्य विज्ञान, समाजशास्त्र, पर्यावरण विज्ञान आदि के पाठ्यक्रम का प्रस्ताव पारित किया गया।
विवि में 98000 हजार छात्र संख्या
श्रीदेव सुमन विवि में 105 राजकीय महाविद्यालयों के अलावा, बीएड कॉलेज, लॉ एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण संस्थानों को शामिल किया गया है। जिनकी संख्या 163 पहुंच गई है।
डॉ.यूएस रावत (कुलपति,श्रीदेव सुमन विवि) का कहना है कि श्रीदेव सुमन विवि ने ऐकेडमिक काउंसिल की बैठक में कई महम निर्णय लिए हैं। पढ़ाई के साथ-साथ उच्च शिक्षा की गुणवत्ता के लिए यूजीसी व एनसीटीई के नियमों को शत फीसद लागू किया जा रहा है।