दिल्ली में मंदिर में हुई तोड़ोफोड़ के विरोध में हिंदूवादी संगठनों की महाविरोध रैली से पहले ही हंगामा हो गया। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को तितर-बितर किया।
देहरादून, दिल्ली में मंदिर में हुई तोड़ोफोड़ के विरोध में हिंदूवादी संगठनों की महाविरोध रैली से पहले ही हंगामा हो गया। प्रिंस चौक होते हुए परेड ग्राउंड जा रहे कुछ कार्यकर्ताओं से इनामुल्ला बिल्डिंग पर मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग उलझ गए। विवाद बढ़ा और मुस्लिम युवकों ने हिंदू कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी। इसकी जानकारी परेड ग्राउंड में जमा अन्य कार्यकर्ताओं को मिली तो वह बिल्डिंग कूच करने निकल पड़े।
इस पर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश कर ही रही थी कि शहर के अन्य हिस्सों से रैली में आ रहे दर्जनों कार्यकर्ता इनामुल्ला बिल्डिंग कूच करने लगे। पुलिस ने तहसील चौक पर बैरीकेडिंग लगाकर उन्हें रोका, मगर हालात तब और बेकाबू होने लगे जब गांधी पार्क से मॉब लिंचिंग के शिकार तबरेज के मामले में गांधी पार्क से ज्ञापन देकर लौट रहे मुस्लिम समुदाय के लोग भी तहसील चौक पहुंच गए।
दोनों तरफ से जमकर उत्तेजक नारे लगाए जाने लगे। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को तितर-बितर किया। उधर, परेड ग्राउंड में जमा ङ्क्षहदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं को रूट बदल कर भारी पुलिस बल के बीच कलक्ट्रेट ले जाया गया। विवाद को लेकर पूरे दिन तनाव की स्थिति रही, जिसे देखते हुए इलाके में देर रात तक फोर्स तैनात रखी गई।
दिल्ली में गत दिनों मंदिर में हुई तोडफ़ोड़ को लेकर विश्व हिंदू परिषद, वीर सावरकर संगठन की ओर से महाविरोध रैली का आह्वान किया गया था। संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं को परेड ग्राउंड में बुलाया गया था, यहां पलटन बाजार होते हुए डीएम कार्यालय तक जुलूस प्रस्तावित था।
कार्यकर्ता परेड ग्राउंड में जमा होने लगे थे। इसी बीच शहर से भगवा झंडे लेकर बाइकों से परेड ग्राउंड जा रहे कुछ कार्यकर्ताओं की इनामुल्ला बिल्डिंग के पास स्थानीय युवकों से तकरार हो गई। आरोप है कि हिंदूवादी संगठनों के दो कार्यकर्ताओं को पीटा भी गया। कार्यकर्ताओं ने फोन कर परेड ग्राउंड में जमा संगठन के पदाधिकारियों को जानकारी दी तो वह सभी उग्र हो गए और नारेबाजी करते हुए बिल्डिंग की ओर जाने लगे।
पुलिस ने इन सभी को परेड ग्राउंड में बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। इधर, इनामुल्ला बिल्डिंग में दुकानें बंद कर स्थानीय युवक सड़क पर उतर कर नारेबाजी करने लगे। स्थिति नियंत्रण से बाहर होते देख एसपी सिटी श्वेता चौबे ने परेड ग्राउंड में खुद कमान संभाली और आसपास के थानों की फोर्स को तत्काल तहसील चौक पहुंचने का आदेश दिया।
इस बीच मॉब लिंचिंग में तबरेज की हत्या के मामले में गांधी पार्क से ज्ञापन देकर लौट रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों ने दर्शन लाल चौक पर नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच शहर के अलग-अलग हिस्सों से सैकड़ों की संख्या में हिंंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता भी तहसील चौक पहुंच गए। पुलिस ने उन्हें तहसील चौक पर बैरीकेडिंग लगाकर रोका।
इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने यहां लाठियां भांजकर दोनों समुदायों को खदेड़ दिया। इसके बाद परेड ग्राउंड में जुटे कार्यकर्ताओं को घंटाघर, पलटन बाजार के बजाए लैंसडौन चौक से कलक्ट्रेट की ओर मोड़ दिया गया। कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे और जिला प्रशासन को कार्यकर्ताओं को पीटने के आरोपितों और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाडऩे की कोशिश करने वालों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
थम गए वाहनों के पहिये
इनामुल्ला बिल्डिंग और परेड ग्राउंड में हंगामे के दौरान प्रिंस चौक, दर्शन लाल चौक, हरिद्वार रोड और करनपुर तक वाहनों के पहिये थम गए। सहारनपुर रोड, राजपुर रोड और चकराता रोड पर लंबा जाम लग गया। इस दौरान एंबुलेंस से लेकर ऑफिस को जा रहे लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा।
दुकानें खुलीं, फोर्स रही तैनात
विवाद के बीच इनामुल्ला बिल्डिंग की दुकानें दोपहर तक बंद रहीं। हालांकि, दोपहर बाद अधिकांश दुकानें खुल तो गईं, मगर हालात को देखते हुए इलाके में देर रात तक फोर्स तैनात रही।
शरारती तत्वों की की जा रही पहचान
एसएसपी निवेदिता कुकरेती के मुताबिक, हंगामे की सूचना के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रकरण का पटाक्षेप करा दिया गया है। स्थिति शांतिपूर्ण है। गांधी रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाई जा रही है। शरारती तत्वों की पहचान के बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की सूझबूझ से टला बवाल
पुलिस की सूझबूझ और हालात को देखकर लिए गए त्वरित निर्णय से हिंदूवादी संगठनों और मुस्लिम समुदाय के बीच बड़ा बवाल होने से बच गया। हालांकि, शुक्रवार को जो कुछ हुआ, उसे देखते हुए पुलिस ने खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है।
हिंदूवादी संगठनों की महाविरोध रैली की जानकारी तो पुलिस को गुरुवार से ही थी। इसे देखते हुए पुलिस को इस बात की आशंका तो थी कि ङ्क्षहदूवादी संगठनों के अधिक संख्या में कार्यकर्ता जुटेंगे और शहर के मिश्रित आबादी वाले इलाकों से रैली गुजरी तो टकराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
इसे देखते हुए एसपी सिटी श्वेता चौबे ने गुरुवार की रात ही सभी थानेदारों को सुबह से अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दे दिए थे। इसका असर तब देखने को मिला, जब इनामुल्ला बिल्डिंग पर हंगामा होने के बाद दर्शन लाल चौक और तहसील चौक पर दोनों पक्षों के लोग जमा होने लगे।
दोनों पक्षों के लोग एकत्रित होकर आगे कदम बढ़ाते तब तक कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गए। सीओ डालनवाला जया बलूनी के नेतृत्व में आधी फोर्स को तहसील चौक पर छोड़ कर एसपी सिटी परेड ग्राउंड पहुंच गईं। उन्होंने हुमदूवादी संगठनों को न सिर्फ एक घंटे से अधिक समय तक रोके रखा, बल्कि रैली का रूट भी बदलवा दिया।
सभी को लैंसडौन चौक, दून अस्पताल, एसएसपी ऑफिस होते हुए कलक्ट्रेट तक लाया गया गया। जुलूस के आगे एसपी सिटी खुद भी पूरे रास्ते मौजूद रहीं। इसी बीच करीब दो घंटे तक पूरे शहर की सांस अटकी रही। मगर सबकुछ शांतिपूर्ण तरीके से निपट जाने के बाद पुलिस अधिकारियों से लेकर आम नागरिकों ने राहत की सांस ली।