उत्तराखंड में तीन जिलों को रेड जोन में रखा गया है। इनमें देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल शामिल हैं। अबतक इन तीन जिलों में ही कोरोना वायरस संक्रमण के ज्यादा मामले सामने आए हैं। संक्रमण को रोकने के लिए यहां जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में सरकार के साथ ही लोगों की चिंता बढ़ना भी लाजिमी है। प्रदेश में अबतक कोरोना के 44 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से नौ लोग स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं। आपको बता दें कि कोरोना के 80 फीसद मामले इन तीन जिलों से ही सामने आए हैं। ऐसे में इन्हें हॉटस्पॉट जिलों के रूप में चिह्न्ति किया गया है।
अपर सचिव स्वास्थ्य और निदेशक एनएचएच युगल किशोर पंत ने बताया कि प्रदेश में जिलों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन श्रेणी में बांटा गया है। बता दें कि इनमें सबसे अधिक 22 मामले देहरादून, सात मामले हरिद्वार और नौ मामले देहरादून में आए हैं। प्रदेश में अभी तक सामने आए 44 मामलों में से 39 मामले इन्हीं तीन जिलों से ही आए हैं। ऐसे में इन्हें रेड जोन में रखा गया है। ऊधमसिंह नगर, पौड़ी और अल्मोड़ा को ऑरेंज और शेष जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया है।
रेड जोन या हॉटस्पॉट घोषित किए गए जिलों में जांच में तेजी लाने के साथ ही कोराना रोकथाम के उपायों पर अधिक जोर दिया जाएगा। गौरतलब है कि इसस पहले बुधवार को सरकार ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रदेश को तीन जोन (श्रेणियों) में बांटा। ये जोन रेड (लाल), ऑरेंज (नारंगी) और ग्रीन (हरा) रखे गए हैं। जोन के हिसाब से ही जिलों को 20 अप्रैल के बाद लॉकडाउन में रियायत दी जाएगी।