मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गांधी शताब्दी अस्पताल में आइसीयू का लोकार्पण किया। इस दौरान सीएम रावत ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में अग्रिम मोर्चे पर रहकर ड्यूटी कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा का सम्मान होगा। ऐसे सभी कर्मचारियों को सरकार 11-11 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने के साथ ही उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। वहीं, आपातकालीन सेवा 108 के बेड़े में 132 नई एंबुलेंस को भी शामिल किया गया।
गांधी शताब्दी अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रावत ने अस्पताल में नवनिर्मित 10 बेड के आइसीयू का लोकार्पण किया। इस दौरान सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले चार साल में 108 आपातकालीन सेवा के बेड़े में 271 नई एंबुलेंस जुड गई हैं। पूर्व में 139 एंबुलेंस खरीदी गई थी और अब 132 और एंबुलेंस जनता को समर्पित कर दी गई है। इनमें 36 एडवांस लाइफ सपोर्ट और 96 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस हैं। इस सेवा को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सभी एंबुलेंस में जीपीएस प्रणाली दी गई है। वहीं, एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम कम करने की भी पहल की गई है। इससे स्वास्थ्य सेवाएं और भी मजबूत होंगी।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने और उनकी गुणवत्ता बढाने का राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। पिछले दस माह में अस्पतालों में लाइफ सपोर्ट सिस्टम बेहतर हुआ है। आइसीयू बेड और वेंटिलेटर में लगातार इजाफा किया जा रहा है। सीएम ने बताया कि रुद्रपुर, हरिद्वार और पिथौरागढ़ मेडिकल कालेज की डीपीआर तैयार है और जल्द इनका निर्माण शुरू होगा, जिसका फायदा आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के रूप में मिलेगा।