लखनऊ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपनी कैबिनेट का विस्तार कर दिया है। पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में यह पहला कैबिनेट विस्तार है। बुधवार को कुल 36 नए मंत्रियों ने शपथ ली जिनमें से 28 राज्यमंत्री बनाए गए हैं। इनमें सात नेता उत्तर प्रदेश से हैं। इन नेताओं को राज्यमंत्री की शपथ दिलाई गई है। इस कैबिनेट विस्तार में राजनीतिक समीकरण के लिहाज से जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने की पूरी कोशिश की गई है। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ओबीसी प्रतिनिधित्व बढ़ाया गया है।
उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश से अनुप्रिया पटेल व कौशल किशोर सहित सात नेताओं को मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। उत्तर प्रदेश से केंद्रीय मंत्रिमंडल में जिन सात सांसदों को शामिल किया गया है उनमें मीरजापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल (कुर्मी), लखनऊ की मोहनलालगंज संसदीय क्षेत्र से सांसद कौशल किशोर (पासी), महराजगंज संसदीय सीट से पंकज चौधरी (कुर्मी), जालौन सीट से सांसद भानु प्रताप वर्मा (कुर्मी) और बीएल वर्मा (कुर्मी) जो कि राज्यसभा में उत्तर प्रदेश से सदस्य हैं। एसपी सिंह बघेल आगरा से सांसद हैं जो कि पिछड़ी जाति से आते हैं। अजय मिश्र (ब्राह्मण) लखीमपुर खीरी से सांसद हैं।
अनुप्रिया पटेल : उत्तर प्रदेश के मीरजापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल केंद्र सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पिछली सरकार में सबसे युवा मंत्रियों में शुमार थीं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री के रूप में कार्य करते समय उन्होंने चिकित्सा विभाग में काफी बदलाव किया। पिता अपना दल के संस्थापक डा. सोनेलाल पटेल के निधन के बाद उनकी माता कृष्णा पटेल अपना दल पार्टी की अध्यक्ष बनीं, लेकिन कुछ विवादों के चलते उन्होंने मां से अलग होकर अपना दल (एस) का गठन किया। वर्तमान में वह पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
कौशल किशोर : उत्तर प्रदेश से दलित नेता और लखनऊ जिले की मोहनलालगंज लोकसभा सीट से सांसद कौशल किशोर मोदी सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है। वह यूपी में मुलायम सरकार में राज्यमंत्री रह चुके हैं। वह लखनऊ जिले की सुरक्षित सीट मोहनलालगंज से लगातार दूसरी बार सांसद बने हैं। 61 साल के कौशल किशोर लखनऊ के कोकारी के रहने वाले हैं। कौशल किशोर 2002 में पहली बार विधायक बने थे। तब उन्होंने मलिहाबाद की सुरक्षित सीट को चुना था।
बीएल वर्मा : उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य बीएल वर्मा को केंद्र सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है। राजनीतिक कैरियर में कभी किसी विवाद में नहीं रहे राज्यसभा सदस्य बीएल वर्मा बदायूं जिले के पंजाबी कालोनी, उझानी के रहने वाले हैं। उन्होंने भाजपा युवा मोर्चा से राजनीति शुरू की थी। उन्होंने दो बार भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली। भाजपा प्रदेश मंत्री पद का भी दायित्व संभाला। वह भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ यूपी सिडको के चेयरमैन रहे। पिछले दिनों राज्यसभा सदस्य बने और भाजपा पिछड़ा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के साथ रहे जब राष्ट्रीय क्रांति पार्टी बनाई थी, तब उसके प्रदेश अध्यक्ष रहे थे।
पंकज चौधरी : पंकज चौधरी केंद्रीय कैबिनेट में राज्य मंत्री बनाए गए हैं। वह महराजगंज लोकसभा से छठवीं बार सांसद चुने गए हैं। मूलत: हरिबंश गली, शेखपुर, गीताप्रेस गोरखपुर के निवासी सांसद पंकज चौधरी का राजनैतिक इतिहास 32 वर्ष पुराना है। पंकज चौधरी नगर निगम गोरखपुर के सभासद, उप महापौर से लेकर लोक सभा चुनाव में महराजगंज से छह बार सांसद चुने गए हैं। पंकज चौधरी के बड़े भाई प्रदीप चौधरी महराजगंज जिला के प्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए थे। बताया जाता है कि उनकी राजनीति के बाद से ही पंकज चौधरी ने महराजगंज से लोक सभा चुनाव में अपना कदम जमाया था। परिवार में पत्नी भाग्यश्री चौधरी के अलावा पुत्र रोहन चौधरी और पुत्री श्रुति चौधरी हैं। जिला पंचायत चुनाव में सांसद के करीबी ही जिला पंचाचत अध्यक्ष चुने जाते हैं।
अजय कुमार मिश्र टेनी : लखीमपुर के सांसद अजय कुमार मिश्र टेनी को केंद्रीय कैबिनेट में राज्य मंत्री बनाया गया है। वह 2012 में निघासन विधानसभा क्षेत्र के विधायक बने। 2014 में 16वीं लोकसभा के सदस्य चुने गए, 2014 में ही कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय समिति के सदस्य बने। 2019 में 17वीं लोकसभा के भी सांसद चुने गए। 2021 में संसद रत्न के सम्मान से भी अलंकृत किए गए। 25 सितंबर 1960 को जन्मे अजय कुमार मिश्र स्नातक कानपुर विश्वविद्यालय से किया। वह कई राष्ट्रीय स्तर की संसदीय समितियों के सम्मानित सदस्य रहे और भारत सरकार की ओर से कई देशों का भ्रमण भी किया।
एसपी सिंह बघेल : आगरा के सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने केंद्र सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है। राज्यसभा सदस्य, उप्र सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चुके सांसद प्रो. बघेल को पीएमओ से निमंत्रण मिल गया है। बघेल समाज में मजबूत पकड़ रखने वाले प्रो. एसपी सिंह के नाम पर मुहर लगाकर आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक समीकरण साधने का भी प्रयास है। औरैया जिले के निवासी सांसद प्रो. बघेल खादी से पहले खाकी भी पहन चुके हैं। वे लंबे समय तक सब इंस्पेक्टर भी रहे और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की सुरक्षा में तैनात रहे। वर्ष 1998 में मुलायम सिंह यादव ने उन्हें जलेसर विधानसभा सीट से मैदान में उतारा और सफलता भी मिली। बसपा ने उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाया तो वे सांसद भी चुने गए। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा का दामन थामा। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें टूंडला विधानसभा सीट से मैदान में उतारा गया। जीत हासिल कर वे सीएम योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट का हिस्सा भी बने। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में आगरा से चुनाव जीते।
भानु प्रताप सिंह वर्मा : सभासद से राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले भानु प्रताप सिंह वर्मा को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। उन्हें केंद्र सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है। एक बार विधायक और पांचवीं बार जालौन- गरौठा- भोगनीपुर संसदीय सीट से सांसद हैं। वह सूचना प्रौद्योगिकी समिति के स्थाई सदस्य हैं। साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार समिति के भी सदस्य हैं। कोंच तहसील के मालवीय नगर निवासी भानु वर्मा 1988 में सबसे पहले अपने वार्ड से सभासद चुने गए, इसके बाद 1991 में कोंच सुरक्षित सीट से विधायक बने। 2019 में पांचवीं बार जालौन के सांसद चुने गए। भानु साफ सुथरी राजनीति और ईमानदार छवि वाले सांसद माने जाते हैं।