गुपकार गठबंधन पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कड़ा प्रहार किया है। अमित शाह ने गुपकार को गैंग बताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से सीधा सवाल पूछा है कि क्या वे इस गैंग का समर्थन करते हैं? शाह ने कहा कि गुपकार गैंग कश्मीर में विदेशी ताकतों का दखल चाहता है।
अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘गुपकार गैंग ग्लोबल हो रहा है। वे चाहते हैं कि विदेशी सेना जम्मू-कश्मीर में हस्तक्षेप करे। गुपकार गैंग भारत के तिरंगे का भी अपमान करता है। क्या सोनिया जी और राहुल जी गुपकार गैंग की ऐसी चालों का समर्थन करते हैं? उन्हें भारत के लोगों को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।’
गृहमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘कांग्रेस और गुपकार गैंग जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद और अशांति के पुराने दौर में वापस ले जाना चाहते हैं। वे अनुच्छेद 370 को हटाकर दलितों, महिलाओं और आदिवासियों के अधिकारों को छीनना चाहते हैं। यही कारण है कि उन्हें हर जगह लोगों द्वारा स्वीकार नहीं किया जा रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘जम्मू और कश्मीर हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा। भारतीय लोग अब हमारे राष्ट्रीय हित के खिलाफ अपवित्र ग्लोबल गठबंधन को बर्दाश्त नहीं करेंगे या तो गुपकार गैंग राष्ट्रीय भावना के साथ चले या फिर लोग इसे डुबो देंगे।’
बता दें कि ‘गुपकार घोषणा’ नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष के गुपकार स्थित आवास पर 4 अगस्त, 2019 को हुई एक सर्वदलीय बैठक के बाद जारी प्रस्ताव है। इस सर्वदलीय बैठक के दौरान यह सहमति बनी थी कि कि पार्टियों ने सर्व-सम्मति से फैसला किया है कि जम्मू कश्मीर की पहचान, स्वायत्तता और उसके विशेष दर्जे को संरक्षित करने के लिए वे मिलकर प्रयास करेंगी।
मुंगेरी लाल के हसीन सपने जैसा है गुपकार एजेंडा
अमित शाह से पहले भाजपा के कई नेता गुपकार एजेंडे पर फारुख अब्दुल्ला समेत कई नेताओं को आड़े हाथों ले चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने तो पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन को मुगेरी लाल का हसीन सपना तक बता दिया। उन्होंने कहा कि चाहे पाकिस्तान की मदद ले लें या चीन की, जम्मू कश्मीर में कभी भी अनुच्छेद 370 वापिस नहीं आ सकती है।